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विवेक रामास्वामी हिन्दू रिपब्लिकन अमेरिकी राष्ट्रपति उम्मीदवार कौन हैं ?
- विवेक रामास्वामी जो कि एक हिन्दू और भारतीय-अमेरिकी हैं और रिपब्लिकन राष्ट्रपति के लिए उम्मीदवार हैं।
- राष्ट्रपति बना तो खत्म कर दूंगा रूस-यूक्रेन युद्ध: विवेक रामास्वामी
- रामास्वामी रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने वाले सबसे कम उम्र के व्यक्ति हैं।
विवेक रामास्वामी हिन्दू भारतीय-अमेरिकी हैं और रिपब्लिकन राष्ट्रपति के लिए उम्मीदवार हैं।
अगले वर्ष होने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में अमेरिकी राष्ट्रपति पद की दौड़ में अपने नाम की दावेदारी पेश करने वाले चौदह रिपब्लिकन उम्मीदवारों से दो भारतीय मूल के हैं। इनमें से एक निकी हेली हैं दुसरे विवेक रामास्वामी हैं
अमेरिका में इन दिनों एक व्यक्ति की खूब चर्चा हो रही है. जिसे 2024 में होने वले अमेरिकी राष्ट्रपति पद का प्रबल दावेदार माना जा रहा है. इसने दावा किया है कि अगर वह राष्ट्रपति बना तो रूस और यूक्रेन के बीच चल रहे युद्ध में से अमेरिकी भागीदारी को ख़त्म कर देगा।
विवेक रामास्वामी ने 21 फरवरी को फॉक्स न्यूज के एक शो में राष्ट्रपति पद की दौड़ के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा की
विवेक रामास्वामी हिन्दू रिपब्लिकन अमेरिकी राष्ट्रपति उम्मीदवार कौन हैं ?
रामास्वामी का जन्म 9 अगस्त 1985 को सिनसिनाटी, ओहियो में हुआ था। उनके पिता, वीजी रामास्वामी एक इंजीनियर और पेटेंट वकील हैं, जबकि उनकी माँ, गीता रामास्वामी, एक मनोचिकित्सक हैं। रामास्वामी तमिल ब्राह्मण हैं जो अमेरिका में बसने से पहले केरल में रहते थे।
फोर्ब्स का अनुमान है कि रामास्वामी की कुल संपत्ति कम से कम 950 मिलियन डॉलर है, जिसका श्रेय उनके बायोटेक और एसेट मैनेजमेंट बिजनेस को जाता है। फोर्ब्स
एक सर्वे में विवेक रामास्वामी हिन्दू फ्लोरिडा के गवर्नर रॉन डेसेंटिस (Ron Desantis) के साथ दूसरे स्थान पर थे।
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विवेक रामास्वामी के माता पिता कौन हैं और कहाँ रहते हैं ?
उनके पिता, वीजी रामास्वामी एक इंजीनियर और पेटेंट वकील हैं, जबकि उनकी माँ, गीता रामास्वामी, एक मनोचिकित्सक हैं। रामास्वामी तमिल ब्राह्मण हैं जो अमेरिका में बसने से पहले केरल में रहते थे। उनका एक भाई भी हैं जिनका नाम शंकर हैं ।
उनके माता-पिता पलक्कड़ से आकर बस गए थे, शादी के बाद विवेक अपनी पत्नी के साथ केरल गए थे। विवेक के दादा, सी आर गणपति, कलपथी के चथापुरम के रहने वाले थे।
विवेक रामास्वामी की लिखी किताबो का नाम
रामास्वामी के साहित्यिक प्रयासों ने उन्हें प्रसिद्धि और चाहने वालो के दिल में जगह दिलाया । उनकी पहली पुस्तक, वोक, इंक: इनसाइड कॉर्पोरेट अमेरिकाज सोशल जस्टिस स्कैम (Woke, Inc.: Inside Corporate America’s Social Justice Scam), अगस्त 2021 में प्रकाशित होने के बाद तीन सप्ताह के लिए न्यूयॉर्क टाइम्स की बेस्टसेलर सूची में थी।
सितंबर 2022 में उनकी अगली कड़ी – नेशन ऑफ विक्टिम्स: आइडेंटिटी पॉलिटिक्स, द डेथ ऑफ मेरिट और द पाथ बैक टू एक्सीलेंस (Nation of Victims: Identity Politics, the Death of Merit, and the Path Back to Excellence) – बाजार में आई, लेकिन यह उतना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पायी। इसने कभी भी टाइम्स की बेस्टसेलर सूची में जगह नहीं बनाई, और इसे अमेज़ॅन पर 300 से भी कम समीक्षाएं मिली हैं, जबकि वेक, इंक के लिए 3,300 से अधिक समीक्षाएं मिली हैं। फोर्ब्स का अनुमान है कि रामास्वामी ने बुक रॉयल्टी से लगभग 10 लाख डॉलर के करीब कमाई की है ।
विवेक रामास्वामी- संछिप्त परिचय
प्रश्न | उत्तर |
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जन्मतिथि | 9 अगस्त 1985 (आयु 38) |
जन्मस्थान | सिनसिनाटी, ऑहियो |
राष्ट्रीयता | अमेरिकन |
भाषा ज्ञान | अंग्रेजी, तमिल हिंदी और मलयालम |
विवेक की शिक्षा | हार्वर्ड से जीवविज्ञान |
क्या करते हैं ? | बिज़नस मैन और लेखक |
पार्टी | रिपब्लिकन पार्टी |
पत्नी का नाम | अपूर्वा तिवारी |
माता-पिता कहाँ से हैं? | केरल, भारत |
विवेक का जन्मस्थान | सिनसिनाटी, ओहियो |
पिता का व्यवसाय | इंजीनियर और पेटेंट वकील |
माँ का व्यवसाय | मनोचिकित्सक |
नेट वर्थ | लगभग $950 मिलियन |
विवेक ने उच्च शिक्षा को मजबूत करने और चीन पर अमेरिका की आर्थिक निर्भरता को कम करने की बात भी कही है.
विवेक की हिन्दू आइडेंटिटी क्या चुनाव में मुद्दा हैं ?
अमेरिका में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की दौड़ में शामिल भारतीय मूल के अमेरिकी उम्मीदवार विवेक रामास्वामी की लोकप्रियता ईसाई युवाओं के बीच लगातार बढ़ रही है। जो अमेरिका के ऑर्थोडॉक्स ईसाइयों को पसंद नहीं आ रहा है। रामास्वामी प्रचार में हिंदू विचारधारा को लेकर काफी मुखर हैं। वे कहते हैं कि हिंदू धर्म और ईसाई धर्म में कई समानताएं हैं। हिंदू धर्म और ईसाई धर्म की तुलना करने पर रामास्वामी से कट्टर ईसाई काफी नाराज हैं।
ट्रम्प के समर्थकों की दूसरी पसंद विवेक
फ्लोरिडा में एक कांफ्रेंस में ट्रम्प के समर्थकों ने रामास्वामी को सबसे ज्यादा तवज्जो दी थी। इस कॉन्फ्रेंस में हुए एक पोल में 86% लोगों ट्र्म्प को समर्थन दिया था। उनसे जब दूसरी प्राथमिकता के बारे में पूछा गया तो 51% लोगों ने रामास्वामी को समर्थन जताया था।
कई ट्रम्प समर्थकों का कहना है कि रामास्वामी उप राष्ट्रपति पद के लिए सबसे बेहतर उम्मीदवार हैं।
लोकप्रियता के मामले में रामास्वामी कहां खड़े हैं?
चुनावों में रामास्वामी की बढ़त ने कई लोगों को आश्चर्यचकित कर दिया है। उनकी लोकप्रियता ने पूर्व उपराष्ट्रपति माइक पेंस, ट्रंप प्रशासन की पूर्व अधिकारी निक्की हेली और सीनेटर टिम स्कॉट को भी पीछे छोड़ दिया है। ताजा आंकड़ों के मुताबिक, रामास्वामी अभी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और फ्लोरिडा के गर्वर्नर रॉन डेसैंटिस के बाद तीसरे स्थान पर हैं। शीर्ष तीन पर उनकी मौजूदगी ने राजनीति में धर्म की भूमिका पर बहस तेज कर दी है।