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Best 16 Life Changing Lord Mahavira Quotes in Hindi और महावीर स्वामी की जीवनी
Best 16 Life Changing Lord Mahavira Quotes in Hindi और महावीर स्वामी की जीवनी Lord Mahavira Quotes in Hindi महावीर स्वामी के पांच सिद्धांत उनके अनमोल वचन
Last updated on August 23rd, 2023 at 08:56 am
महावीर जयंती जैन धर्म के चौंबीसवें (24वें) तीर्थंकर भगवान महावीर के जन्मदिवस के दिन प्रत्येक वर्ष मनाया जाता है। इस वर्ष 14 अप्रैल 2022 को महावीर जयंती मनाई जायेगी । Lord Mahavira Quotes in Hindi इस दिन को महावीर स्वामी के जन्म कल्याणक दिवस के नाम से भी मनाया जाता है।
महावीर जयंती हर वर्ष चैत्र माह के 13 वे दिन मनाई जाती है, जो अंग्रेजी केलेन्डर के हिसाब से मार्च या अप्रैल मे आती है। इस दिन हर तरह के जैन दिगम्बर, श्वेताम्बर आदि एक साथ मिलकर इस उत्सव को मनाते है ।
महावीर स्वामी का जन्म
महावीर स्वामी का जन्म लगभग 2500 वर्ष ( ईसा से ५९९ वर्ष) पूर्व हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र मास के 13 वे दिन बिहार के वैशाली जिला के कुण्डग्राम में अयोध्या इक्ष्वाकुवंशी क्षत्रिय परिवार हुआ था। उनके पिता राजा सिद्धार्थ (वैशाली के कुण्डग्राम गणराज्य के राजा थे ) और माता रानी त्रिशाला थी।
ऐसा माना जाता है महावीर स्वामी के जन्म पश्च्यात उनके राज्य में उन्नति बढ़ जाने के कारण उनका नाम वर्धमान रखा गया।
महावीर स्वामी का विवाह
बचपन से ही महावीर स्वामी की रूचि भोग विलास में नहीं थी। वो विवाह नहीं करना चाहते थे , परन्तु उनके माता पिता ने उनका विवाह यशोदा नामक कन्या से श्वेताम्बर परंपरा के अनुसार करवाया। जिससे कालांतर में एक कन्या का जन्म हुआ जिसका नाम प्रियदर्शिनी रखा गया। युवावस्था में उस कन्या का विवाह राजकुमार जमाली के साथ संपन्न हुआ।
महावीर स्वामी की तपस्या
मात्र 30 वर्ष की आयु में महावीर स्वामी ने राज वैभव त्याग दिया और संसार से विरक्त होकर सन्यास धारण कर आत्मकल्याण की राह पर निकल गए। 12 वर्षो की कठिन तपस्या के बाद उन्हें केवलज्ञान प्राप्त हुआ।
जैन दर्शन के अनुसार केवल विशुद्धतम ज्ञान को कहते हैं। इस ज्ञान के चार प्रतिबंधक कर्म होते हैं- मोहनीय, ज्ञानावरण, दर्शनवरण तथा अंतराय। इन चारों कर्मों का क्षय होने से केवलज्ञान का उदय होता हैं।
दीक्षा लेने के उपरान्त महावीर स्वामी ने दिगंबर साधु की कठिन चर्या को स्वीकार किया और निर्वस्त्र रहे। जिस युग में पशुबलि, हिंसा, जात- पात का भेदभाव बढ़ता है उसी युग में भगवान महावीर का जन्म होता है।
महावीर स्वामी जी के उपदेश
महावीर स्वामी ने केवल ज्ञान प्राप्ति के पश्च्यात उपदेश दिया। उनके 11 मुख्य शिष्य थे जिनमे प्रथम इंद्रभूति गौतम थे।
महावीर स्वामी ने अपने उपदेशों के द्वारा मनुष्यों को सही राह पर चलने का मार्गदर्शन दिया। अपने चित को शांत करके मोक्ष की प्राप्ति के लिए महावीर स्वामी त्रि-रत्न सही विश्वास, सही ज्ञान और सही आचरण होना।
महावीर स्वामी के पांच सिद्धांत–
महावीर स्वामी ने निम्नलिखित पांच सिद्धांत सत्य , अहिंसा, अचौर्य, अपरिग्रह और ब्रह्मचर्य बताये है जिसका हर मनुष्य को अनुसरण करना चाहिए।
सत्य
भगवान महावीर स्वामी कहते हैं, हे पुरुष! तू सत्य को ही सच्चा तत्व समझ । जो मनुष्य सत्य की राह पर चलता है वह मृत्यु को भी तैरकर पार कर जाता है।
अहिंसा
भगवान महावीर अपने अहिंसा के उपदेश में हमें ये शिक्षा प्रदान करते है कि इस लोक में जितने भी इन्द्रियों वाले जीव है उनकी हिंसा मत कर, उनके मार्ग में अवरोध उत्पन्न मत करो। जीवों के प्रति अपने मन में दया भाव रखो, उनकी रक्षा करो।
अचौर्य
किसी दूसरे व्यक्ति की वस्तु को बिना उसकी आज्ञा के ग्रहण नही करना चाहिए, बिना अनुमति के ग्रहण या उपयोग करना जैन धर्म में चोरी के समान है।
अपरिग्रह
महावीर स्वामी अपने अपरिग्रह उपदेश के माध्यम से लोगो को ये सन्देश देना चाहते है कि जो मनुष्य सजीव या निर्जीव चीजों के मोह में फंसा रहता है और उसका संग्रह करता है और दूसरों को भी सजीव निर्जीव चीजो के संग्रह करने की सहमति देता है, वो मनुष्य कभी भी अपने दुःखों से छुटकारा नहीं पा सकता।
ब्रह्मचर्य
ब्रह्मचर्य एक उत्तम तपस्या है। जिसका पालन करने के किये नियम, ज्ञान, दर्शन, चारित्र, संयम की आवश्यकता है। तपस्या में ब्रह्मचर्य श्रेष्ठ तपस्या है। इस सिद्धांत का पालन करने के लिए मनुष्य को कामुक गतिविधियों में भाग नहीं ले सकते। कहा जाता है की जो पुरुष इस सिद्धात का पालन करते है, वे मोक्ष को प्राप्त करते है।
महावीर स्वामी को मोक्ष प्राप्ति
भगवान महावीर स्वामी ने ५२७ ईसापूर्व, 72 वर्ष की आयु में बिहार के पावापुरी (राजगीर) में कार्तिक कृष्ण अमावस्या को निर्वाण (मोक्ष) प्राप्त किया। महावीर स्वामी का केवलीकाल 30 वर्ष का था।
पावापुरी में एक जल मंदिर स्थित है जिसके बारे में कहा जाता है कि यही वह स्थान है जहाँ से महावीर स्वामी को मोक्ष की प्राप्ति हुई थी।
जैन समाज द्वारा महावीर स्वामी के जन्मदिवस को महावीर-जयंती तथा उनके मोक्ष दिवस को दीपावली के रूप में धूम धाम से मनाया जाता है।
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भगवान महावीर के अनमोल वचन :-
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दोस्तो आशा करती हूँ कि महावीर स्वामी का जीवन परिचय Biography आपको पसंद आया होगा Lord Mahavira Quotes in Hindi आप स्वयं पढ़े और मित्रों को शेयर करें।
धन्यवाद।