बांग्लादेश के विकेटकीपर बल्लेबाज Liton Das सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रहे हैं। दरअसल, हिंदू धर्म को मानने वाले क्रिकेटर लिटन दास ने नवरात्र के पावन अवसर पर माता की एक फोटो शेयर करते हुए शुभकामना दी थी। हिंदू क्रिकेटर ने हाल ही में दुर्गा पूजा की बधाई देते हुए सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की थी. इसके बाद कट्टरपंथी उन पर भड़क गए
लिटन दास ने बांग्ला में फेसबुक पर पोस्ट शेयर करते हुए लिखा,
‘महालया की बधाई, मां आ रही है।’
लिटन दास ने यह पोस्ट महालया पर रविवार (25 सितंबर) को शेयर की थी. तीन दिन में इस पोस्ट पर करीब 50 हजार से ज्यादा लाइक्स आ चुके हैं, जबकि करीब 7 हजार से ज्यादा यूजर्स ने कमेंट्स किए हैं.
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नवरात्रोत्सव के उपलक्ष्य में Liton Das द्वारा शुभकामनाएं देने से धर्मांधों के पेट में दर्द
अपने फेसबुक पोस्ट में बांग्लादेशी बल्लेबाज ने देवी दुर्गा की एक मूर्ति की तस्वीर को शेयर किया था और कैप्शन में लिखा था कि, “सुभो महालय! मां दुर्गा आ रही हैं।” इसके तुरंत बाद, इस्लामवादी उनकी टाइमलाइन पर उतर आए और लिटन दास को हिंदू धर्म के अनुयायी होने के लिए गालियां देनी शुरू कर दी। उल्लेखनीय है कि, मान्यताओं के अनुसार, महालय कैलाश पर्वत से देवी दुर्गा के पृथ्वी पर आगमन का प्रतीक है। उनके पोस्ट पर इस्लामवादियों ने मूर्ति पूजा की निंदा की और हिंदू देवता को ‘मिट्टी से बनी’ वस्तु के रूप में मज़ाक उड़ाया। ये इस्लामवादी, जो धार्मिक वर्चस्व की अपनी काल्पनिक दुनिया में रहते हैं, उन्होंने यह भी आशा व्यक्त की, कि लिटन दास ‘एक सच्चे विश्वास’ उर्फ इस्लाम में परिवर्तित हो जाएंगे।
सुनिए कट्टर भाषा मुस्लिम बच्चे की
बता दें कि इससे पहले कृष्ण जन्माष्टमी पर भी इस बांग्लादेशी हिंदू क्रिकेटर को ट्रोल किया गया था. इस वक्त तो इस क्रिकेटर को धमकी तक मिली थी. तब एक बच्चे का भी वीडियो काफी वायरल हुआ था, जिसमें वह अपने फेवरेट बांग्लादेशी क्रिकेटर्स के नाम बता रहा था. तब उसने पसंदीदा खिलाड़ियों में मशरफे मुर्तजा का नाम लिया था. बच्चे ने वीडियो में तस्कीन अहमद और शरिफुल को अपना पसंदीदा क्रिकेटर बताया था. इसी दौरान जब बच्चे से सौम्य सरकार के बारे में पूछा गया, तो उसने कहा था कि वह उन्हें पसंद नहीं करता और ना ही उनसे मिलना चाहता है, क्योंकि वह हिंदू है
कट्टरपंथियों ने पोस्ट में मचाया कोहराम
इमरोल नाम के एक यूजर ने लिटन दास और हिन्दू धर्म का अपमान करते हुए लिखा कि, “दुनिया का सबसे अच्छा धर्म इस्लाम है”, वहीं, मियाद ने लिखा कि, “अल्लाह सभी को मार्गदर्शन प्रदान करे, और उन्हें सही रास्ता (इस्लाम) खोजने के लिए ज्ञान दे।” वहीं, इस्लामवादी एन फिरदौस जमान ने टिप्पणी करते हुए लिखा कि, “इस्लाम के अलावा किसी भी धर्म का पृथ्वी पर कोई मूल्य नहीं है।” एक अन्य धर्मांध ने लिखा कि, “आप लोगों को समझना चाहिए कि मिट्टी से बनी ये मूर्तियां कोई काम नहीं करेंगी। क्योंकि ये मूर्तियाँ अर्थहीन हैं। इसलिए तुम्हें अपने रचयिता अल्लाह पर ईमान लाना चाहिए।”
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हिन्दू धर्म का उड़ाया मजाक
वहीं, एक यूजर केआर तुरान ने लिखा कि, “ये पत्थर की मूर्तियां किसी के लिए पवित्र नहीं हो सकतीं। कोई भी व्यक्ति पत्थर में खुदी हुई मूर्ति की पूजा नहीं करेगा। मैं इस्लाम की तह में आपका स्वागत करता हूं। सही रास्ते पर आओ।” वहीं, एक यूजर मोहम्मद अब्दुल लोतीफ ने आशा व्यक्त करते हुए लिखा कि, अल्लाह इस्लाम के ‘सही रास्ते’ पर चलने के लिए सभी को मार्गदर्शन प्रदान करता है”। जाहिर है, इस प्रकार इस्लामवादियों की टिप्पणियों से हिंदू धर्म और मूर्तिपूजा करने वालों की प्रथाओं के प्रति घृणा का भाव स्पष्ट होता है। वहीं, आपको बता दें कि, पिछले साल दुर्गा पूजा में कट्टरपंथियों ने बांग्लादेश में भारी उत्पात मचाया था और कई पंडालों में तोड़फोड़ की थी। इसके साथ ही कट्टरपंथियों ने कई और मंदिरों में तोड़फोड़ की थी।
बांग्लादेश में हिन्दुओं से भेदभाव
2022 की जनगणना के अनुसार बांग्लादेश में हिंदू समुदाय दूसरा सबसे बड़ा धार्मिक समुदाय है, जो कुल 161.5 मिलियन आबादी में से लगभग 7.95 प्रतिशत है। सरकारी न्यूज एजेंसी बांग्लादेश संघवाद संस्था ने शेख हसीना का हवाला देते हुए कहा कि पीएम ने कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर कहा था कि,
कृपया खुद को कमतर न समझें। अगर हर कोई इसी विश्वास के साथ आगे बढ़े तो किसी भी धर्म के बुरे लोग इस देश की धार्मिक सद्भावना को नुकसान नहीं पहुंचा पाएंगे। वो कहती हैं कि हमें उस विश्वास और एकता को अपने बीच रखना है। मैं आप सभी से यह चाहती हूं।
शेख हसीना ने हिन्दुओं पर क्या कहा?
हालांकि, पीएम शेख हसीना ने हिंदू समुदाय के उस वर्ग पर भी निशाना साधा, जो यह बताने की कोशिश करते हैं कि बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति बहुत खराब है। उन्होंने कहा था कि, एक बात मैं बेहद अफसोस के साथ कहना चाहती हूं, कि जब भी देश में ऐसी कोई घटना होती है, तो देश-विदेश में ऐसे प्रचारित किया जाता है, कि इस देश में हिंदुओं को कोई भी अधिकार प्राप्त नहीं है। शेख हसीना ने कहा था कि, देश में जब भी कोई घटना होती है, तब सरकार तुरंत कार्रवाई करती है, लेकिन उसे इस तरीके से पेश किया जाता है कि यहां हिंदुओं के पास कोई अधिकार नहीं है। शेख हसीना ने कहा कि, इन घटनाओं पर सरकार के एक्शन पर भी ध्यान नहीं दिया जाता है। पीएम ने याद दिलाते हुए कहा था कि, कई बार एक्शन लेने के दौरान मंदिरों की रक्षा के लिए पुलिस की फायरिंग में कई मुस्लिम मारे गए हैं।
लिटन दास और ऑलराउंडर सौम्य सरकार का प्रदर्शन
विकेटकीपर बैटर लिटन दास और ऑलराउंडर सौम्य सरकार बांग्लादेश क्रिकेट टीम में खेलने वाले नियमित इंटरनेशनल प्लेयर्स में शामिल हैं. लिटन दास अगले महीने यानी 13 अक्टूबर को 28 साल के हो जाएंगे. उन्होंने अब तक बांग्लादेश के लिए 35 टेस्ट, 57 वनडे और 55 टी20 मैच खेले हैं. जबकि सौम्य सरकार ने 16 टेस्ट, 61 वनडे और 66 टी20 मैच खेले हैं.